संदेशवाहक (मेसेंजर)

याहू, एम.एस.एन., गुगल, रेडिफ, आदि संदेश वाहक आज बहुत लोकप्रिय हैं। बहुत से नौजवान लडके और लडकियॉं आज इसके पिछे दिवाने हैं। मैं एक इंटरनेट चलाता हूँ, और वहॉं रोज बहुत से लडके-लडकियों को संदेश वाहक पर संदेश भेजते हुए देखता हूँ। संदेशवाहक पर संदेश भेजने में कोई बुराई नहीं है। पर संदेशों का क्‍या? क्‍या संदेशों के बारे में किसी ने सोचा है, किस तरह के संदेश होते हैं? उनमें क्‍या लिखा होता है। आज हर लडका और लडकी के मन में एक दबी हुई ख्‍वाईश होती है कि अपने से विरूध्‍द लिंग (लडका हो तो लडकी से और लडकी हो तो लडके से) बात करना, दोस्‍ती करना चाहता/चाहती है। कभी-कभी ऐ एक व्‍यस्‍थ्‍य जीवन के लिए अच्‍छी बात है। लेकिन 99% लोग संदेशवाहक का गलत उपयोग करते हैं।
वह दुसरे व्‍यक्ति से काम-वासना की बातें करते है, जो कि गलत है। कुछ लोग अपने कारोबार की प्रसिध्दि भी इसके माध्‍यम से करते है।

मैं आजतक याहू संदेशवाहक पर बहुत से लोगों से संर्पक बना चूका हूँ। लेकिन ज्‍यादातर कुछ समय बाद बातचीत करना बंद कर देते हैं। यहॉं मैं यह स्‍पष्‍ट करना चाहता हूँ कि संदेशवाहक के माध्‍यम से बातचीत करने का मेरा उदेश्‍य सिर्फ अच्‍छे दोस्‍त बनाना, उनके विचारों को जानना। अभी हाल ही में मैंने एक लडकी से दोस्‍ती की है। उसका नाम है दर्शना, वह मुबंई में रहती है और शादिशुदा है। उसका पति भी मेरे बारे में जानता है।

कभी-कभी आप जो बात किसी व्‍यक्ति की पंसद-नापंसद नहीं जान पाते व‍ह संदेशवाहक के माध्‍यम से हो जाती है, उदाहरण के तौर पर आप किसी मित्र के लिए कोई उपहार खरिदना चाहतें है तो अपने संदेशवाहक के माध्‍यम से किसी व्‍यक्ति से बात करके आप उसके बारे में जान सकते हैं कि आप जो उपहार उस व्‍यक्ति के लिए खरिदना वह उसको पंसद आएगा या नहीं। इसके अलावा भी कई और उपहारों की जानकारी आप को यहॉं पर मिल जाएगी।

बात यहीं तक सीमित नहीं है, आप अपने देश से बाहर भी मित्र बना सकते है। उनके विचारों को जान सकते हैं। वहॉं के लोग कैसे रहते हैं, क्‍या उनका खान-पान जीवन यापन का तरीका क्‍या है। वह क्‍या क्‍या पहनना पसंद करते हैं। और तो और आप यह भी पता लगा सकते हैं कि वहाँ के लोग हमारे देश के बारे में क्‍या सोचते हैं। क्‍या वहॉं हिंदी भाषा की फिल्‍मों और कलाकारों को पहचानता है। उनको हमारे बारे में कितना ज्ञान है। क्‍या वह हमारे देश को, यहॉं के लोगों को प्रतिष्‍ठा से देखते हैं।

आजकल के नौजवान लडके-लडकियॉं क्‍या सोचते हैं, उनकी पंसद-नापंसद की जानकारी आपको इसके माध्‍यम से मिल जाएगी। ज्‍यादातर नौजवान अपना समय बिताने के लिए संदेशवाहक का उपयोग करते हैं। और कुछ लडके-लडकियॉं तो इसमें इस तरह फंस जाते हैं कि उनका बाहर निकलना बहुत मुश्किल होता है। अभी हाल ही में मैंने एक समाचार पत्र में पढा़ की एक लडकी अपने घर से भाग गई। उसके पडोसियों और दोस्‍तों का कहना था कि उसकी मित्रता एक लडके के साथ हो गई थी और वो भी संदेशवाहक के माध्‍यम से। अब इसमें कसूर किसका लडकी का या संदेशवाहक का? लोग संदेशवाहक को दोषी मानते हैं। इसमें संदेशवाहक और इंटरनेट को ही दोष देते हैं। और अब तो लडकीयों के माता-पिता ने उन पर पहरेदारी बिठा दी है। उनका इंटरनेट सेंटर पर जाना मना है। लेकिन क्‍या माता-पिता ये जानते हैं, कि ऐसा करने से क्‍या होगा, कुछ भी नहीं। प्रकृति का नियम है, जिस बात को आप मना करते हैं, व्‍यक्ति उसी ओर अधिक आकर्षित होता है। जैसा की मैंने आपसे पहले ही कहा है, मैं एक इंटरनेट चलाता हूँ। वहॉं पर रोज बहुत सी लडकीयों को संदेशवाहक पर संदेश भेजते हुए देखता हूँ। क्‍या वह सभी अपने घर पर बता कर आती हैं, बिलकुल नहीं।

लडकीयों के माता-पिता से मेरी एक सलाह है कि ठीक है आप लडकीयों पर पांबदी लगाऍं, पर इतनी नहीं कि वह उसे तोडने पर मजबूर हो जाऍं। आप अपनी बेटींयों के साथ बैठकर बातचीत कर सकते हैं, और उन्‍हे समझा सकते हैं, सही-गलत की जानकारी दे सकते हैं। और रही बात लडकीयों की उन्‍हे भी कुछ सोचना चाहिए, आपके माता-पिता जो कुछ कहते हैं आपकी भलाई के लिए है। आपको मेरी एक सलाह है कि आप अपनी हद को पहचाने और संदेशवाहक पर संदेश भेजते समय अपनी पहचान को छुपाऍं। दुसरे व्‍यक्ति को ऐसा मौका न दें कि वह आपका नाजायज फायदा उठाए। किसी व्‍यक्ति के मात्र संदेशों से उसके बारे में जानना बहुत कठीन होता है। अगर ज्‍यादा ही आकर्षण उस व्‍यक्ति के प्रति आपको है तो उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्‍त किजिए और फिर आप आगे बढी़ये।

आजकल इंटरनेट के माध्‍यम से बहुत से गैरकानूनी व्‍यवसाय भी पनप रहे हैं। इसलिए मेरी ना सिर्फ लडकीयों से बल्कि लडकों से भी एक सलाह है कि आप आगे बढने से पहले अच्छि तरह से जॉंच परख लें कि दूसरा व्‍यक्ति कहीं मात्र छलावा तो नहीं। मैंने बहुत से संदेश प्राप्‍त किऍं हैं जिसमें लिखा होता है - एक महीने में 5000 डॉलर घर बैठे कमाऍं, लेकिन यकिन मानिऍं ये सब एक छलावा मात्र होता है। घर बैठे काम किजिए, संदेश पढकर पैसा कमाऍं, इस तरह के हजारों विज्ञापन आप भी रोज पढते होंगे। किसी भी माध्‍यम से बिना मेहनत किए आप पैसा नहीं कमा सकते। और इस तरह के विज्ञापन तो श्रृखला व्‍यापार का एक हिस्‍सा है। इसमें एक व्‍यक्ति आपको सदस्‍य बनाता है और वह चाहता है कि आप अपने नीचे और सदस्‍य बनाऍं। इसमें आप अपना हिस्‍सा प्राप्‍त करने के लालच में अपने मित्रों, रिश्‍तेदारों को सदस्‍य बनाते हैं और वह बिचारें आपका मान करते हुए सदस्‍य बन जाते है। पर इस पूरी प्रक्रिया में पैसा कमा रहा है, पहला व्‍यक्ति।

कभी-कभी कुछ लोग संदेशवाहक के माध्‍यम से अपने दूर बैठे रिश्‍तेदारों, और मित्रों से बात करते है। संदेशवाहक के माध्‍यम से आप अपने रिश्‍तेदारों और मित्रों को देख-सुन भी सकतें हैं। यह एक संदेश पहुँचाने, देखने सुनने का सस्‍ता साधन है।

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