Your Favourite Fruit Tells About Your personality-आपका पसंदीदा फल बताते हैं आपका व्यक्तित्व

इंसान काम करता है और फल की इच्छा भी करता है। लेकिन यहां पाने वाले नहीं बल्कि खाने वाले फल की बात हो रही है। लोग तरह तरह के फल खाना पसंद करते हैं। फलों की पसंद बताती है कि आपका व्यक्तित्व क्या है। फल ज्योतिष बताता है कि व्यक्ति की पसंद, नजरिया और राय क्या हो सकती है। अगर आपको भी किसी के व्यक्तित्व को जानना है तो बस ये जान लीजिए कि वो कौन सा फल खाना पसंद करता है।

फल ज्योतिष के अनुसार सेब पसंद करने वाले लोग उत्साही और खुश मिजाज होते हैं। आर्थिक मामलों में यह थोड़े लापरवाह होते हैं। इनमें बचत करने की प्रवृति कम होती है। इन्हें नए कपड़ों एवं संगीत का शौक होता है। ऐसे लोगों में निर्णय लेने की अच्छी क्षमता होती है। संकट के समय धैर्य से काम लेते हैं।

सेब पसंद करने वाले लोग सूर्य से प्रभावित होते हैं इसलिए इन्हें जितनी जल्दी गुस्सा आता है उतनी ही जल्दी खत्म भी हो जाता है। ये जिनसे प्यार करते हैं उसके लिए कुछ भी कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं। इनके इस गुण के कारण दांपत्य जीवन खुशहाल होता।

जिस व्यक्ति को आम पसंद होता है, इन्हें बहलाना आसान नहीं होता

वह जिंदादिल होते हैं और इनमें नेतृत्व की योग्यता भरपूर होती है। यह अपनी पहचान खुद बनाना पसंद करते हैं। हर कदम सोच समझकर उठाते हैं और जल्दी किसी की बातों में नहीं आते हैं। यह किसी बात को लेकर अपने मन में एक बार जो अवधारणा बना लेते हैं उससे डिगाना इन्हें कठिन होता है। अपने इस गुण के कारण ये जल्दी धोखा नहीं खाते हैं।

इनका हृदय उदार होता। जरूरमंदों की सहायता के लिए ये सदैव तैयार रहते हैं। व्यवसायिक जीवन में यह जितने कड़क होते हैं पारिवारिक जीवन में उतने ही नरम रहते हैं। जीवनसाथी के साथ इनका व्यवहार बच्चों के जैसा होता है।

नरम दिल वाले होते हैं केला पसंद करने वाले

जिसे गुरू का प्रिय केला पसंद होता है वह नरम दिल वाले व्यक्ति होते हैं। ऐसे लोग काफी भावुक और धार्मिक प्रवृति के होते हैं। अपने इस स्वभाव के कारण यह अक्सर धोखा खाते हैं। कठिन परिस्थितियां आने पर यह जल्दी आत्मविश्वास खो देते हैं और घबरा जाते हैं। जिससे इनकी मुश्किलें और बढ़ जाती हैं।
प्यार के मामले में काफी भाग्यशाली होते हैं। अपने जीवनसाथी की भावनाओं का सम्मान करते हैं और उन्हें पूरा सहयोग देते हैं। इनके इस स्वभाव के कारण दांपत्य जीवन में इन्हें अपने साथी से भी पूरा सहयोग और स्नेह मिलता है

खूबसूरती के दिवाने होते हैं अंगूर पसंद करने वाले

अंगूर जिन्हें पसंद होता है वह गर्म मिजाज के व्यक्ति होते हैं। कोई बात पसंद नहीं आने पर इन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है लेकिन इनका गुस्सा अधिक समय तक नहीं रहता है। यह काफी जोशीले और उत्साही होते हैं। जीवन के हर पल को उत्साह के साथ जीना पसंद करते हैं। इसलिए दोस्तों के बीच लोकप्रिय रहते हैं। आपके दिल में किसी के लिए कोई गिला-शिकवा नहीं रहता है।

खबूसरती आपको आकर्षित करती है। आप सुन्दर लोगों से दोस्ती करना पसंद करते हैं। विपरीत लिंग के प्रति आपमें अधिक रूचि होती है इसलिए दोस्तों में विपरीत लिंग वाले लोग ही अधिक होते हैं जैसे लड़कों के दोस्तों में लड़कियां ज्यादा होती है जबकि लड़कियों के अधिक लड़के दोस्त होते हैं।

नारियल पसंद करने वाले दिल से ज्यादा दिमाग को अहमियत देते हैं

तो बहुत ही बुद्घिमान और चतुर इंसान होंगे। आपके मिलनसार स्वभाव के कारण आपकी दोस्ती का दायरा काफी बड़ा होता है। आप बहुत ही महत्वाकांक्षी होते हैं और हमेशा ऊंचाई पर पहुंचाने की कोशिश करते हैं। खास तौर पर नौकरी एवं व्यवसाय के क्षेत्र में आप खुद को दूसरों से ऊपर देखने की हसरत रखते हैं।

आप किसी बात को करने की ठान लें तो उसे पूरा करके ही दम लेते हैं। अपने इस स्वभाव के कारण काफी तरक्की करते हैं। नारियल पसंद करने वाले लोग प्यार के मामले में दिल से ज्यादा दिमाग को अहमियत देते हैं। यह चाहते हैं कि इनका साथी अक्लमंद हो।

संतरा पसंद करने वाले दोस्ती ईमानदारी से निभाते हैं

फ्रूट एस्ट्रोलॉजी के अनुसार अगर आपको संतरा अधिक पसंद है तो आप शर्मीले स्वभाव के हो सकते हैं। आप होशियार और अक्लमंद होंगे। कोई भी काम आप धैर्य और समझदारी से करते हैं। जल्दबाजी में कोई काम करके अपना नुकसान कर लेना आपका स्वभाव नहीं होता है। आप काफी धैर्यवान और मेहनती होते हैं। अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करते रहना आपकी फितरत होती है।

दोस्ती को ईमानदारी पूर्वक निभाते हैं और प्यार पर आपका यकीन होता है। किसी भी समस्या को बात-चीत से सुलझाना आपको पसंद होता है। वाद-विवाद से जितना हो सके आप बचने की कोशिश करते हैं। इसलिए कभी-कभी लोग दब्बू समझ लेते हैं।

पपीता पसंद करने वाले रोमांच पसंद आता है इन्हें

जिन लोगों को पपीता पसंद आता है वह बहुत ही उदार और निडर स्वभाव के होते हैं। इन पर बुध का प्रभाव अधिक रहता है। इनमें तार्किक शक्ति भरपूर होती है। इनके इस गुण के कारण विपरीत लिंग के व्यक्ति इनकी ओर आकर्षित होते हैं। पपीता पसंद करने वाले लोगों को रोमांच काफी अच्छा लगता है। नई-नई जगह देखना, नये लोगों से मिलना इन्हें पसंद होता है।

इनमें सोचने समझने की शक्ति गजब की होती है साथ ही यह काफी सक्रिय भी होते हैं जिससे सफलता की सीढ़ियां चढ़ते हुए उच्च पद तक पहुंच जाते हैं। अपने दोस्तों एवं सहकर्मियों के लिए ये प्रेरणा के स्रोत होते हैं।

अमरूद पसंद करने वाले--------- भाग्य के धनी होते हैं

अमरूद को धनु राशि के प्रभाव में माना जाता है जिसका स्वामी बृहस्पति ग्रह है। अमरूद पसंद करने वाले लोग बुद्घिमान होते हैं और पढ़ने-लिखने में रूचि होती है। ईश्वर के प्रति श्रद्घावान होते हैं लेकिन किसी भी मान्यता को तर्क की कसौटी पर परखने के बाद उन पर विश्वास करते हैं। खाने-पीने के शौकीन होते हैं। जो लोग जीभ पर नियंत्रण नहीं रख पाते हैं उन्हें मोटापे की समस्या का सामना करना पड़ता है।

ब्लड प्रेशर, लीवर, डायबिटीज एवं अर्थराईटस नामक रोग इन्हें हो सकता है। झुककर चलने की इनमें आदत होती है। अमरूद पसंद करने वाले लोग भाग्य के धनी होते हैं और राजनीतिक दांव-पेच में भी माहिर होते हैं। बुद्घि और ज्ञान से यह अपने क्षेत्र में उच्च पद पर विराजमान हो सकते हैं। इनमें प्रबंधन की भी योग्यता होती है।

पत्नी पर निबंध-Essay on Wife

* पत्नी नामक प्राणी भारत सहित पुरे विश्व में बहुताय पाए जाती है.


* प्राचीन समयमें यह भोजन शाला में पायी जाती थी,लेकिन वर्तमान में यह शौपिंग मोल्स, theaters, व्

लेखा-जोखा

एक प्रसिद्ध संत मृत्यु के बाद जब स्वर्ग के दरवाजे पर पहुंचे तो चित्रगुप्त उन्हें रोकते हुए बोले, 'रुकिए संत जी, अंदर जाने से पहले लेखा-जोखा देखना पड़ता है।' चित्रगुप्त की बात संत को अच्छी नहीं लगी। वह बोले, 'आप यह कैसा व्यवहार कर रहे हैं? बच्चे से लेकर बूढ़े तक सभी मुझे जानते हैं।'

संकल्पशक्ति

एक लड़का सदा अपनी मेज़ पर 'पी' लिख कर रखता था। वह अपनी किताबों और कॉपियों पर भी सदा 'पी' लिख दिया करता था। घर पर भी उसने जगह-जगह पर 'पी' लिख छोड़ा था। लोग हैरान होते थे, पर वह किसी को कुछ नहीं बताता था। धीरे-धीरे लोगों ने पूछना छोड़ दिया। हाई स्कूल केबाद वह कॉलेज में दाखिल हुआ। वहाँ भी 'पी' लिखने का उसका वह क्रम चालू रहा। कुछ दिनों तक लड़के आपस में चर्चा भी करते रहे, पर कोई उसके रहस्य को नहीं समझ सका। आखिर में सहपाठियों ने मज़ाक में उसका नाम ही 'पी साहब' रख दिया।

ईश्वर का प्रमाण

एक दिन एक राजा ने अपने सभासदों से कहा, 'क्या तुम लोगों में कोई ईश्वर के होने का प्रमाण दे सकता है?' सभासद सोचने लगे, अंत में एक मंत्री ने कहा, 'महाराज, मैं कल इस प्रश्न का उत्तर लाने का प्रयास करूंगा।' सभा समाप्त होने के बाद उत्तर की तलाश में वह मंत्री अपने गुरु के पास जा रहा था। रास्ते में उसे गुरुकुल का एक विद्यार्थी मिला। मंत्री को चिंतित देख उसने पूछा, 'सब कुशल मंगल तो है ? इतनी तेजी से कहां चले जा रहे हैं?'

कैंची और सूई

एक ह्रदय स्पर्शी कहानी

एक दिन किसी कारण से स्कूल में छुट्टी की घोषणा होने के कारण, एक दर्जी का बेटा, अपने पापा की दुकान पर चला गया। वहाँ जाकर वह बड़े ध्यान से अपने पापा को काम करते हुए देखने लगा। उसने देखा कि उसके पापा कैंची से कपड़े को काटते हैं और कैंची को पैर के पास टांग से दबा कर रख देते हैं। फिर सुई से उसको सीते हैं और सीने के बाद सुई को अपनी टोपी पर लगा लेते हैं। जब उसने इसी क्रिया को चार-पाँच बार देखा तो उससे रहा नहीं गया, तो उसने अपने पापा से कहा कि वह एक बात उनसे पूछना चाहता है? पापा ने कहा- बेटा बोलो क्या पूछना चाहते हो?

चाणक्य के 15 सूक्ति वाक्य ----


1) "दूसरो की गलतियों से सीखो अपने ही ऊपर प्रयोग करके सीखने को तुम्हारी आयु कम पड़ेगी।"

2)
"किसी भी व्यक्ति को बहुत ईमानदार नहीं होना चाहिए --- सीधे वृक्ष और व्यक्ति पहले काटे जाते हैं।"

चाणक्‍य

एक समय की बात है। चाणक्य अपमान भुला नहीं पा रहे थे। शिखा की खुली गांठ हर पल एहसास कराती कि धनानंद के राज्य को शीघ्राति शीघ्र नष्ट करना है। चंद्रगुप्त के रूप में एक ऐसा होनहार शिष्य उन्हें मिला था जिसको उन्होंने बचपन से ही मनोयोग पूर्वक तैयार किया था।

श्री अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता - ऊँचाई-A Poem by Shri Atal Bihari Bajpai

अटल बिहारी वाजपेयी की एक कविता - ऊँचाई


ऊँचाई 
ऊँचे पहाड़ पर,
पेड़ नहीं लगते,
पौधे नहीं उगते,

मेरा पहला हिंदी पत्र

आज मैं अपना पहला पत्र हिन्‍दी में लखने जा रहा हूँ आशा है कि आप सबको यह पसन्‍द आयेगा।

करीब तीन महिने से गुगल ब्‍लाग की सहायता से अब तक चार ब्‍लाग बना चुका हूँ। हिंदी में लिखने की बहुत दिनों से एक दिल में तम्‍मन्‍ना थी, सो लिखना शुरू कर दिया।
कुछ अपने बारे में –

अपने आप को पहचानों

आज के युग में जरूरत है अपने आपको पहचानने की। इसके लिए जरूरत है आपको अपने अंदर आत्‍मविश्‍वास जगाने की। मैं भी कुछ हूँ और जिंदगी में मै भी कुछ प्राप्‍त कर सकता हूँ, ये भावना अपने अंदर होनी जरूरी है। अपने अंदर जो गुण छुपे हुए हैं उनका विकास किजिए,

इंटरनेट पर धोका-धडी़ - मुफ्त मोबाईल रिचार्ज

आपको यह जान कर थोडा अचरज तो होगा कि इंटरनेट पर धोका-धडी चल रही है। लेकिन यह कोई नई बात नहीं है। ज्‍यादातर इसमें लडकीयों की मदत ली जाती है। (मेरे मित्र का व्‍यक्तिक अनुभव) यह भी एक पैसा कमाने का या युँ क‍हिए धोका देने का एक जरीया है। कैसे?

शर्माजी की आपबीती -

इंटरनेट

इंटरनेट आपके गणक यंत्र (कम्‍पुटर) को दुनिया के गणक यंत्रों से जोडता है। आप इसके द्वारा बहुत सी जानकारीयाँ प्राप्‍त कर सकते हैं। इसका उपयोग ज्‍यादातर नौजवान करते हैं। रूकिए गलत मतलब मत निकालिए, नौजवान इसका उपयोग आवेदन करने, नए पाठ्यक्रम जानने के लिए करते हैं। इससे व‍ह अपनी जीविका (व्‍यवसाय) को नई दिशा प्रदान करते हैं। नौकरी का आवेदन भी आज इंटरनेट के माध्‍यम से होता है। शहरों की बात तो छोडिए अब तो गॉंवों में भी लोग इंटरनेट का उपयोग करने लगें हैं। आज इंटरनेट पर समाचार-पत्र, शब्‍दकोश, व्‍याकरण, नए-नए साधनों का विज्ञापन, आदि बहुत-सी बातों की जानकारी आपको मिल जाएगी। बस आपको अपने गणक यंत्र को इंटरनेट से जोडना मात्र है,

संदेशवाहक (मेसेंजर)

याहू, एम.एस.एन., गुगल, रेडिफ, आदि संदेश वाहक आज बहुत लोकप्रिय हैं। बहुत से नौजवान लडके और लडकियॉं आज इसके पिछे दिवाने हैं। मैं एक इंटरनेट चलाता हूँ, और वहॉं रोज बहुत से लडके-लडकियों को संदेश वाहक पर संदेश भेजते हुए देखता हूँ। संदेशवाहक पर संदेश भेजने में कोई बुराई नहीं है। पर संदेशों का क्‍या? क्‍या संदेशों के बारे में किसी ने सोचा है, किस तरह के संदेश होते हैं? उनमें क्‍या लिखा होता है। आज हर लडका और लडकी के मन में एक दबी हुई ख्‍वाईश होती है कि अपने से विरूध्‍द लिंग (लडका हो तो लडकी से और लडकी हो तो लडके से) बात करना, दोस्‍ती करना चाहता/चाहती है। कभी-कभी ऐ एक व्‍यस्‍थ्‍य जीवन के लिए अच्‍छी बात है। लेकिन 99% लोग संदेशवाहक का गलत उपयोग करते हैं।